Sunday 13 September 2020

जय महाराष्ट्र

 

आज जबकि
मुम्बई की सडकें
मुम्बईकरों के खून से
भीगी हुई हैं
लोग जय महाराष्ट्र
का नारा भूलकर
वन्देमातरम चिल्ला रहे हैं,,,
राहूलराज का एनकाउन्टर करने वाले
शहीद हो गये हैं
महाराष्ट्र की तरफ़
आंख उठाने पर
आंखें निकलने वाले,
अपने पद से
इस्तिफ़ा दे गांव
लौट चुके हैं....
फिर भी मुझे डर लगता है...
डर लगता है
वन्दे मातरम कहते हुए
क्योंकि चंद दिनों के बाद
जब सडकों पे
बहता खून सूख जायेगा
और लोगों की यादों पे
वक्त की धूल
जम जाएगी
यहीं लोग फिर
निकल पडेंगे सडकों पर
डन्डे लेकर
बट जायेंगे कुनबों में
लगायेंगे नारे- जय महाराष्ट्र
......
धर्मेन्द्र मन्नु